PM Vishwakarma Yojana List: सिर्फ इनको मिलेगा पैसा, पीएम विश्वकर्मा योजना की नई लिस्ट जारी

पीएम विश्वकर्मा योजना :

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PM Vishwakarma Yojana भारत सरकार ने 17 जुलाई 2023 को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य देश के कारीगरों, शिल्पियों और छोटे व्यवसायियों को सशक्त बनाना है। यह योजना उन कारीगरों के लिए है जो विभिन्न शिल्प क्षेत्रों में कार्यरत हैं और उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सरकार उन्हें वित्तीय सहायता, कौशल प्रशिक्षण, उपकरण वाउचर और ऋण जैसी सुविधाएं प्रदान करती है। इस योजना का बजट ₹13,000 करोड़ निर्धारित किया गया है और इसका उद्देश्य 18 प्रमुख क्षेत्रों के कारीगरों को लाभ देना है।

PM Vishwakarma Yojana के लाभ

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत नागरिकों को कई महत्वपूर्ण लाभ दिए जाते हैं। इन लाभों का उद्देश्य कारीगरों को उनके काम में सुधार और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।

  1. कौशल प्रशिक्षण:
    चयनित नागरिकों को उनके कार्य क्षेत्र से संबंधित उन्नत कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे उनके कार्य में सुधार होगा और वे अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से चला सकेंगे।
  2. ऋण सुविधा:
    इस योजना के तहत कारीगरों को ₹3 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाएगा। यह ऋण दो चरणों में दिया जाएगा:

    • पहले चरण में ₹1 लाख तक का ऋण, जिसे 18 महीने में चुकाना होगा।
    • दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का ऋण, जिसे 30 महीनों में चुकाना होगा। यह ऋण 5% की वार्षिक ब्याज दर पर दिया जाएगा, जिससे कारीगरों को कम ब्याज दर पर वित्तीय सहायता मिल सके।
  3. ई-वाउचर:
    योजना के तहत कारीगरों को ₹15,000 तक का ई-वाउचर मिलेगा, जिसे वे औजार खरीदने के लिए उपयोग कर सकते हैं या अन्य जरूरतों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे कारीगरों को उनके काम में सुधार करने का अवसर मिलेगा।
  4. दैनिक भत्ता:
    प्रशिक्षण के दौरान कारीगरों को दैनिक भत्ता भी दिया जाएगा, ताकि वे बिना किसी वित्तीय परेशानी के अपना प्रशिक्षण जारी रख सकें।
  5. प्रमाणपत्र:
    प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कारीगरों को एक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा, जो उनके कौशल की पहचान और प्रमाण होगा।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता मापदंड

PM Vishwakarma Yojana के तहत आवेदन करने के लिए नागरिकों को कुछ पात्रता मापदंडों का पालन करना होगा:

  1. भारतीय नागरिकता:
    आवेदक को भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  2. निर्धारित क्षेत्रों में कार्य:
    आवेदक को उन 18 क्षेत्रों में से किसी एक में कार्यरत होना चाहिए जो इस योजना में शामिल किए गए हैं। इन क्षेत्रों में मूर्तिकार, राजमिस्त्री, सोनार, कारपेंटर, दर्जी, खिलौना निर्माता, नाई, कुम्हार जैसे पेशे शामिल हैं।
  3. आयु सीमा:
    आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  4. नियमों का पालन:
    आवेदक को इस योजना के सभी नियमों का पालन करना जरूरी है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ऋण की सुविधा

इस योजना के तहत कारीगरों को ऋण की सुविधा दी जाती है, जिसका उद्देश्य उन्हें अपने छोटे व्यवसायों को बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

  • पहला चरण:
    पहले चरण में ₹1 लाख तक का ऋण दिया जाएगा, जिसे 18 महीने में चुकाना होगा।
  • दूसरा चरण:
    दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का ऋण दिया जाएगा, जिसे 30 महीनों में चुकाना होगा।

यह ऋण 5% की वार्षिक ब्याज दर पर दिया जाएगा, जिससे कारीगरों को अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए कम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त होगा।

पीएम विश्वकर्मा योजना लिस्ट कैसे चेक करें?

यदि आपने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन किया है और यह जानना चाहते हैं कि आपका चयन हुआ है या नहीं, तो आप निम्नलिखित तरीकों से अपनी स्थिति चेक कर सकते हैं:

  1. एसएमएस द्वारा सूचना:
    यदि आप चयनित होते हैं, तो सरकार द्वारा आपको एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। आपको एसएमएस के माध्यम से यह जानकारी मिलेगी कि आप योजना के लाभार्थी हैं।
  2. ऑफिशियल वेबसाइट:
    आप पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी आवेदन स्थिति देख सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी आवेदन संख्या और अन्य जानकारी डालनी होगी, जिससे आप यह जान सकेंगे कि आप योजना के लाभार्थी हैं या नहीं।
  3. ट्रेनिंग सेंटर की सूची:
    अगर आपका चयन हो जाता है, तो आप वेबसाइट के माध्यम से अपने नजदीकी प्रशिक्षण केंद्र की सूची देख सकते हैं। इससे आप यह जान सकेंगे कि कहां पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहे हैं।

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कौन-कौन से क्षेत्र शामिल हैं?

इस योजना का लाभ केवल उन्हीं नागरिकों को मिलेगा जो सरकार द्वारा निर्धारित 18 क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। इनमें निम्नलिखित पेशे शामिल हैं:

  • मूर्तिकार (Murti Maker)
  • राजमिस्त्री (Mason)
  • सोनार (Goldsmith)
  • कारपेंटर (Carpenter)
  • दर्जी (Tailor)
  • खिलौना निर्माता (Toy Maker)
  • नाई (Barber)
  • कुम्हार (Potter)
  • बर्तन बनाने वाले (Metal Workers)
  • लुहार (Blacksmith)
  • अन्य कारीगरों के पेशे

इन पेशों में कार्य करने वाले कारीगरों को इस योजना के तहत लाभ दिया जाएगा।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों के लिए प्रमुख बिंदु

  1. कौशल प्रशिक्षण:
    सरकार द्वारा कारीगरों को उनके कार्य के क्षेत्र में कौशल सुधार के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे वे अपने पेशे में सुधार कर सकें।
  2. ऋण सुविधा:
    कारीगरों को ₹3 लाख तक का ऋण कम ब्याज दर पर प्रदान किया जाएगा, जिसे वे अपनी व्यवसाय वृद्धि के लिए उपयोग कर सकते हैं।
  3. ई-वाउचर:
    कारीगरों को ₹15,000 तक का वाउचर मिलेगा, जिससे वे नए औजार खरीद सकेंगे और अपने काम को अधिक प्रभावी बना सकेंगे।
  4. प्रमाणपत्र और पहचान:
    प्रशिक्षण के बाद कारीगरों को एक प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा, जो उनके कौशल और कार्य की पहचान करेगा।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक क्रांतिकारी कदम है जो भारतीय कारीगरों और छोटे व्यवसायियों की मदद के लिए उठाया गया है। इस योजना के माध्यम से कारीगरों को प्रशिक्षण, ऋण, वाउचर और अन्य महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे वे अपने काम को बेहतर तरीके से कर सकेंगे। यदि आप इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप पात्रता मापदंडों को पूरा करते हैं और अपनी आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।

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